!!बंद कर दिया है मैंने!!
अब बंद कर दिया है मैंने 
खुद को परेशान करना!!
 नहीं कहना उनसे कुछ 
जो हर बात पर मुझे सुनाते रहते
 अब बंद कर दिया है मैंने
 किसी को खुश करने के लिए अपना समय बर्बाद करना !!
अब बंद कर दिया है मैंने
 किसी की बेकार बातों पर
 प्रतिक्रिया देना ।।
अब बंद कर दिया है मैंने
 बेतुकी से भी प्रश्नों का जवाब देना!!
 अब बंद कर दिया है मैंने
 हर किसी से अच्छे व्यवहार की अपेक्षा रखना!! 
अब बंद कर दिया है मैंने 
अपने आसपास के प्रतिक्रियाओं पर ध्यान देना !!
अब बंद कर दिया है मैंने
 अपनी भावनाओं को  अनियंत्रित होना !!
अब बंद कर दिया है मैंने
 किसी से भी बात-बात पर भीड़ जाना!!
 अब बंद कर दिया है
 मैंने जीवन को नकारत्मकता से  सोचना!!
 क्योंकि,
 अब मैं शुरू कर रही हूं
 अपने आप को जानना
 अपने आप को समझना!!
अनामिका अमिताभ गौरव
आरा(बिहार)